धनुरासन: :- Dhanurasana
नमस्कार दोस्तों
दोस्तों आज हम बात करने वाले है धनुरासन योग पर। दोस्तों आज के दिन योग का महत्त्व काफी बढ़ता जा रहा है। इसमें किसी व्यक्ति को सेहतमंद रहने के लिए और विभिन्न प्रकार के रोगों और अक्षमताओं से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न प्रकार के व्यायाम शामिल हैं। जिसमे एक आसन है धनुरासन
इस आसन का नाम उसे अपनी धनुषी आकार की वजह से मिला है। इस आसन को करते समय शरीर धनुष के आकृति का बन जाता है। इसे सही तौर पर धनु-आसन के नाम से जाना जाता है। धनुरासन = धनुष + (आसन) कई योगी-ऋषि गण इन तीन आसनों को “योगासनत्रयी” कह कर भी पुकारते हैं। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण आसन है जिसे करने पर कई तरह के फायदे होते हैं।
![]() |
image source;google |
धनुरासन को करने का तरीका :-
- सबसे पहले आपको आसन करने के लिए जमींन पर एक मेट या चटाई बिछा ले।
- फिर उस मेट पर पेट के बल लेट जाए, हाथो को निलब आकर में सीधा करे।
- अपने घुटनों को पीठ की तरफ मोड़े तथा हाथो से पैरो के अंगूठो को पकड़ने की कोशिस करे।
- तथा आपकी गर्दन को ऊपर की तरफ ले जाते हुए आसमान की तरफ देखे।
- कुछ समय आसन में स्थिर रहें, अब आपका शरीर धनुष की तरह कसा हुआ हैl
- लम्बी गहरी श्वास लेते हुए, आसन में विश्राम करें।
- आसन को सावधानी से करे, अपनी समता के अनुसार ही शरीर को मोड़े।
- 10 से 15 सैकन्ड बाद, श्वास छोड़ते हुए, पैर और छाती को धीरे धीरे ज़मीन पर वापस लाएँl
- ठीक इसी प्रकार इसे हम 15 से 20 बार कर सकते है।
![]() |
image source;google |
धनुरासन करने के लाभ :-
- धनुरासन मोटापा घटाने में कारगर साबित है।
- धनुरासन लीवर का मसाज करने में लाभदायक होता है
- धनुरासन रक्त में शुगर को संतुलित रखता है।
- खून को साफ करने में।
- गुर्दा का स्वस्थ रखने में
- धनुरासन हृदय के लिए बेहतर साबित होता है
- अस्थमा से दूर रखने में मदद करता है।
- यह कमर के दर्द से निजात दिलाने में फायदेमंद होता है।
- रीढ़ की हड्डी क़ो लचीला बनाना।
धनुरासन को करते समय सावधानियाँ :-
- हृदय रोगों के मरीजों यह आसन करने से परेशानी हो सकती है।
- उच्च रक्तचाप से पीड़ित को यह आसन करने से परहेज रखे।
- गर्भवती महिलाएँ धनुरासन का अभ्यास ना करें।
- अगर आप हॉर्निया, अल्सर, कोलाइटिस एवं पेट की किसी भी बीमारी से पीड़ित हैं तो इस आसन को न करें।
- भोजन करने के कम से कम दो घंटे तक इस आसन को न करें।
Comments
Post a Comment