कपालभाति प्राणायाम: (Kapalbhati Pranayama)
नमस्कार दोस्तों
दोस्तों आज हम आपके लिए लेके आए है कपालभाति प्राणायाम: दोस्तों आज के दिन योग का महत्व दिन भर बढ़ता जा रहा। क्योकि आज के दिन बहुत से लोगो को तरह -तरह की बीमारियों ने जकड़ा हुआ है इसलिए लोगो ने योग को अपना कर अनेको तरह की बीमारियों को दूर भगाया है। दोस्तों योग का इतिहास बहुत लम्बा है जो तकरीबन 600 वर्ष पुराना माना जाता है।
दोस्तों कपालभाति प्राणायाम एक बहुत ही महत्वपूर्ण योग है जो दो शब्दो से मिलकर बना है कपाल जिसे अंग्रेजी में हम forehead कहते हैं और भाति का अर्थ होता है "प्रकाश"। कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) करने से व्यक्ति के चहेरे पर चमक आती है श्वांस को बाहर निकालने से पेट की अनेकों प्रकार की विषेली गैसे एवं तत्व बाहर निकल जाते है जिससे हमारा पेट साफ हो जाता है। तथा साथ ही साथ इसे करने से दिन की थकावट एवं तनाव दूर हो जाता है। इसलिए हमे कपालभाति प्राणायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।
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कपालभाति प्राणायम करने का तरीका :-
1 अगर आप नए है तो इस आसन को करने में आपको 2 या 3 मिनट में थकावट महसूस होगी लेकिन आप इसे लगातार करते है तो इसे करने में आपको बिलकुल भी थकावट महसूस नहीं होगी।
2 ध्यान रहे कपालभाति प्राणायम हमेशा शुद्ध वातावरण में करें जहां हरा भरा इलाका हो।
3 कपालभाति प्राणायम करने के लिए सबसे पहले आप जमींन पर एक मेट या चटाई बिछा ले।
4 इसके बाद उस मेट के ऊपर पद्मासन में बैठ जाए। पद्मासन में एक पैर दूसरे पैर के ऊपर होना चाहिए। अगर आप नए है तो साधारण अवस्था में भी बैठ सकते है। तथा अपने हाथों को अपने घुटनों पर रखें।
5 अपनी आँखे बंद कर ले।और एक लम्बी गहरी साँस ले।
6 साँस को छोड़ते हुए पेट को अंदर तरफ खींचे। अपने पेट को इस प्रकार खींचे की वह रीढ़ की हडडी को छुए।
7 जैसे ही आप पेट की पेट की मासपेशियो को ढीला छोड़ते है श्वास फेफड़ों में पहुँच जाती है।
8 कपालभाति प्राणायम के एक राउंड पूरा करने के लिए 20 बार श्वास को पेट के अंदर ले और बाहर छोड़े।
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कपालभाति प्राणायाम करने के फायदे :-
1 कपालभाति प्राणायाम मानसिक तनाव (Depression) और दमे की बीमारी को दूर करता है।
2 कपालभाति प्राणायाम करने से सकारात्मक विचार आते हैं
3 कपालभाति प्राणायाम चहेरे की सुंदरता(Fairness) भी बढ़ाता है।
4 कपालभाति प्राणायाम कफ की बीमारी फेफड़ों की बीमारी को जड़ से दूर करता है \
5 चर्बी (Fat) को दूर करने और वजन कम (Weight Loss) करने में सहायक होता है।
6 पाचन शक्ति बढ़ाता है।
7 कपालभाति से गठिया रोग भी दूर हो जाता है।
8 गैस, कब्ज़ और खून के विकार की समस्या दूर करने के लिए भी कपालभाति प्राणायाम किया जा सकता है।
9 अम्लपित्त, डाइबिटिस और किडनी से जुड़े रोगों के उपचार में भी कपालभाति उपयोगी प्राणायाम है।
10 मस्तिष्क और तांत्रिक तंत्र को ऊर्जान्वित करता है
कपालभाति प्राणायाम करते समय सावधानियाँ :-
1 यदि आप हर्निया, मिर्गी, स्लिप डिस्क, कमर दर्द, अथवा स्टेंट के मरीज़ हैं तो यह कपालभाति प्राणायाम न करें। यदि आपकी कुछ समय पूर्व पेट की सर्जरी हुई है तब भी यह प्राणायाम न करें।
2 अगर आप मस्तिष्क के रोगी है तो इस प्राणायाम से परहेज़ करे।
3 गर्भवती महिला इस प्राणायाम को करे।
4 तनावग्रस्त व्यक्ति कपालभाति ना करें।
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