ट्री पोज ( TREE POSE )
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ट्री पोज एक बैलेंसिंग पोज है जिसमें योगी को जड़ से खड़े होने की आवश्यकता होती है।
इस मुद्रा में प्रवेश करने के लिए, एक पैर को दूसरे पैर के पंजे के साथ खड़े होकर पैर की भीतरी जांघ के खिलाफ दबाएं। हथेलियों को छूने के साथ हाथ ऊपर की ओर खिंचे हुए होते हैं। 30 सेकंड के लिए इस स्थिति में बने रहें और दूसरे पैर पर भी यही प्रक्रिया दोहराएं। यदि पूरी तरह से बाहों को फैलाना बहुत मुश्किल है, तो योगी हृदय के सामने प्रार्थना निर्माण में हाथ रखकर मुद्रा को संशोधित कर सकता है।
वृक्ष की मुद्रा को संस्कृत में वृक्षासन भी कहा जा सकता है।
ट्री पोज के फायदे;
ट्री पोज़ जांघों, कंधों, धड़ और कंधों तक फैला होता है। यह टखनों और पिंडलियों में ताकत बनाता है, और पेट की मांसपेशियों को टोन करता है। मुद्रा भी फ्लैट पैरों को मापने में मदद करती है और कटिस्नायुशूल के लिए चिकित्सीय है।
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